Saturday, 30 January 2016

आप के कंप्यूटर में कितने USB Devices लागे हुवे हैं

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USB Deview एक छोटा सा सॉफ्टवेर है सिर्फ 67 Kb का जो आप को बताएगा कि आप के कंप्यूटर में कितने USB Devices लागे हुवे हैं आप ने किस devices को पहले इस्तेमाल किया था , devices का नाम, devices किस प्रकार का है उसका सीरियल नंबर क्या है , devices कौनसे तारीख और वक़्त में लगया गया है ,इस तरह हर जानकरी आप को ये सॉफ्टवेर देगा।
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प्रॉक्सी सर्वर क्या है – What is Proxy Server

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कम्प्यूटर सिक्यूरिटी आज वैश्विक जरूरत बन चुका है। इंटरनेट ने लोगों की जिंदगी बदल दी। एक ओर इस तकनीक ने पूरी दुनिया को आपस में जो़ड़ दिया है, वहीं दूसरी ओर लोगों के निजी जीवन में ताका-झाँकी भी बढ़ गई है। इसने अनेक प्रकार की समस्याएँ ख़ड़ी कर दी हैं।
आज आपराधिक गतिविधियों और आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने का सबसे आसान और सरल माध्यम इंटरनेट है। इंटरनेट पर आईपी एड्रेस को सुरक्षित करने की तकनीक से अवगत कराया। स्क्विड कैशिंग (द्रुतिका) प्रॉक्सी सर्वर है, जो हाल ही में अनुरोध किये गए वेब पृष्ठों के कैशिंग द्वारा बैंडविड्थ एवं प्रतिक्रिया समय में सुधार करता है। वर्तमान समय में विश्वल में कई सर्वरों को स्क्विड के साथ कन्फिगर (कन्फिगरेशन) किया गया है जिससे ग्राहकों को उच्च गति उपलब्ध करवाई जा सके। पारदर्शी मोड में स्क्विड का कन्फिगरेशन करने से, ग्राहक के पक्ष पर विशेष कन्फिगरेशन आवश्यक नहीं है। ग्राहक की ओर से आरंभ किये जानेवाले एवं इंटरनेट पर पोर्ट 80 पर पहुँचनेवाले सभी अनुरोध प्रॉक्सीक द्वारा स्वतः ही पुनर्निर्देशित किये जाते हैं। आवश्यकता के आधार पर हमें स्क्विड को पारदर्शी या अपारदर्शी प्रॉक्सी के रूप में कन्फिगर करना होगा। इस प्रयोगशाला का उद्देश्यय पाठकों को नेटवर्क में एक प्रॉक्सी सर्वर को लागू करने के लिए सक्षम बनाना है जिससे कि लैन के अन्य उपयोगकर्ता प्रॉक्सी के माध्यम से इंटरनेट की कार्यात्म कता तक पहुँचने का लाभ उठा सकते हैं।
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सात समंदर पार बैठकर किसी के भी कम्प्यूटर को अपनी मर्जी से संचालित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जब भी कम्प्यूटर पर इंटरनेट और ई-मेल का उपयोग करना हो, प्रॉक्सी सर्वर सबसे सुरक्षित तरीका है।
वेब प्रॉक्सी सर्वर का प्रयोग आसान है. वेब प्रॉक्सी साइट जैसे कि हाइडमाइआस.कॉम पर जाकर वहाँ पर जो साइट/ब्लॉग नहीं खुल रहे हैं उनका यूआरएल भरने से वे आमतौर (यदि सर्वर इत्यादि की समस्या हो या आपके प्रतिष्ठान में प्रतिबंधित हों) पर खुल जाते हैं. परंतु हर बार आपको पता प्रॉक्सी सर्वर पर भरना झंझट का काम है और कई दफा स्वयं प्रॉक्सी सर्वरों में ही समस्या होती है.
प्रॉक्सी सर्वर से इंटरनेट उपयोगकर्ता की जानकारी नहीं हो पाती है। यदि प्रॉक्सी वेबसाइट को भी रोक दिया जाता है तो वेबसाइट fall.csprinceton.edu/codeen/ पर चार सौ से ज्यादा प्रॉक्सी वेबसाइट की जानकारी दी हुई है,जिसका उपयोग किया जा सकता है।
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क्या होता है वेबिनार ?

Webinar-Vs-Webcast

आज का युग आईटी का युग है. सारे जरूरी काम अब ऑनलाइन होने लगे हैं चाहे वो ऑनलाइन परीक्षा हो या टिकट बुकिंग, या टेक्स रिटर्न या फिर बैंकिंग या अपने परिचितों से जुड़े रहने के लिए ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग.
तो इस दौर में आईटी कम्पनियों में भी कोई ना कोई नयी सेवा ऑनलाइन उपलब्ध कराने की होड़ सी लगी रहती है.

वेबिनार:

आपने अकसर एक शब्द सुना होगा वेबिनार नहीं सुना तो Seminar यानी संगोष्ठी से तो आप परिचित होंगे ही. तो बस वेबिनार शब्द भी Web+Seminar से मिलकर बना है. यानी वेब आधारित Seminar (संगोष्ठी) को वेबिनार नाम से जाना जाता है.
Web Conferencing तकनीकों जैसे VOIP आदि का सहारा लेकर आप Seminar से जुड़े क्रिया-कलाप जैसे व्याख्यान, प्रजेंटेशन को उपलब्ध कराया जाता है.

वेबिनार और वेबकास्ट (Webcast) में अंतर:

वेबिनार से ही जुदा एक शब्द और आपने अक्सर सुना होगा. वेबकास्ट (Webcast), पर इनमे अंतर है वेबकास्ट (Webcast) रेडियो या टीवी प्रसारण की तरह होता हैं जिसमे पारस्परिक आदान प्रदान एक तरफ़ा होता है जबकि वेबिनार ज्यादा संवादात्मक होता है यहाँ श्रोता वक्ता के व्याख्यान के दौरान ही अपने सवाल पूछ सकता या अपनी राय दे सकता है. ये बिलकुल ऐसे ही हैं जैसे श्रोता वक्ता एक कमरे में ही बैठे.

मोबाईल से कंप्यूटर पर इंटरनेट चलाना-

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स्टेप 1 – अगर कंप्यूटर में ओपरेटिंग सिस्टम विन्डोज़ एक्स पी हैं तो मोबाईल के साथ मिलने वाले सी डी को एक बार अपने कंप्यूटर में ऑटो रन करवाना होगा. जब हम कंप्यूटर में कोई नया हार्डवेयर को जोड़ते हैं तो कंप्यूटर को सॉफ्टवेयर की मदद से ये बतलाना होता हैं कि आखिर उस नए हार्डवेयर का काम क्या हैं और ये कैसे काम करेगा. इस सॉफ्टवेर को ड्राईवर सॉफ्टवेर कहा जाता हैं. और अगर कंप्यूटर में ओपरेटिंग सिस्टम विन्डोज़ सेवेन हैं तो इसकी जरुरत नहीं होती क्यूँकि विन्डोज़ सेवेन में अधिकांश ड्राईवर सॉफ्टवेर पहले से डाला हुआ रहता हैं.
स्टेप 2- जब कंप्यूटर में एक बार सिडी चल जाता हैं तो कंप्यूटर को रिस्टार्ट कर देंगे और मोबाईल के साथ मिले तार का एक छोर कंप्यूटर में और दूसरा छोर मोबाईल में जोड़ कर हार्डवेयर अच्छे से जुड़ने का सन्देश आने का इंतजार करेंगे. अगर सब कुछ सही रहा तो नोटीफिकेशन बार पर एक सन्देश आयेगा कि हार्डवेयर सही तरीके से जुड गया हैं और अब आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
इस दो स्टेप के करने से ही आपका मोबाईल कंप्यूटर से जुड़ जाता हैं. ऊपर का ये दोनों स्टेप सभी मोबाईल के लिए एक ही होता हैं परन्तु इससे आगे का काम अलग अलग मोबाईल में अलग अलग तरीके से होता हैं. सभी मोबाइल्स सॉफ्टवेयर में जो खास बातें ध्यान रखनी हैं वो हैं- हम मोबाईल जोड़ने के बाद उस मोबाईल सॉफ्टवेयर को खोल लेंगे उसके सेटिंग में जा कर हम जिस कम्पनी का सीम इस्तेमाल कर रहे हैं उसका APN और डायलअप नंबर डालेंगे. APN और डायलअप नंबर हमे उस सीम कम्पनी के ग्राहक सेवा केन्द्र से बात करने पर मिल जाएगा. इस प्रक्रिया के बाद इसी सॉफ्टवेयर से दुवारा इंटरनेट कनेक्ट किया जा सकता हैं...

पेन-ड्राईव लगाते ही उसका सारा “डेटा” स्वतः ही आपके कम्प्यूटर में कॉपी हो जायेगा

USB Pendrive

पेन-ड्राईव काफी काम का टूल है. सब लोग अपनी अलग अलग जरूरत के हिसाब से इसे यूज करते है. युवायों में “पेन-ड्राईव” शेयरिंग भी एक “फैशन” सा बन गया है. अपना कोई नया डाटा जैसे म्यूजिक फाईल्स,सोफ्टवेयर,मूवीज को आपस में शेयर करने का एक बेहतर माध्यम है PureSync
आप जब पेन-ड्राईव लगाते है, फिर उसमे से फाईल्स को कॉपी करके अपने पीसी में पेस्ट करते है. PureSync काफी समय ले लेता है. PureSync ऐसा टूल है =, जो आपके पेन-ड्राईव के सारे डाटा को आपकी लोकल डिस्क में कॉपी कर देगा. बस आप पेन-ड्राईव लगाईये, कुछ देर इंतज़ार कीजिये(फाईल के साइज़ पर निर्भर) और बस निकाल लीजिए. हैं ना कमाल का ये टूल. PureSync

Pendrive Reminder” एक बहु उपयोगी सॉफ्टवेर-

Pendrive Reminder” एक बहु उपयोगी सॉफ्टवेर-
pendrive
बहुत बार हम लोग ऑफिस के कंप्यूटर में अपना pen drive भूल के घर आ जाते है और जब दुसरे दिन जाते है तो पता चलता है की हमारा pen drive कंप्यूटर से गाएब है| लेकिन अगर आप चाहें तो इस समस्या से निजत प् सकते हैं. “Pendrive Reminder” ये सॉफ्टवेर आप को याद दिलाएगा की आप के कंप्यूटर में आप का pendrive अभी लगा हुवा है. इस्तेमाल में आसान और साइज़ में सिर्फ 300 Kb का है ये सॉफ्टवेर ,आप के कंप्यूटर में जगह भी ज़यादा नहीं लेगा।
Sai-Krupa Computers
All Types of Computer, Laptop, Printer, Laser Cartridge Refilling, CCTV Camera Sales & Servicing@your Home,
Gandhinagar(Guj) | 9409688390, 8128425990

मुफ्त वेबसाइट कैसे बनाए

क्या आप को लगता है की एक website बनाऊ लेकिन आपको सही चुनाव नही मिलता है और ज्यादातर Site pay होती है लेकिन अब उदास होने कि जरुरत नही क्योकि मे आपके लिए लेकर आया हु कुछ एसे लिँक जिनमे आप सीख सकते है मुफ्त वेबसाइट कैसे बनाए
फुल website बनाने के लिए>
1. yola.com
2. weebly.com
3. wix.com
4. zoho.com
होम पेज Site बनाने के लिए>
1. about.me
2. dooid.me
3. flavors.me
4. follr.com
Mobile site बनाने के लिए>
1. octomobi.com
2. onbile.com
3. wapka.mobi
Hack password protect folder without software-
अगर आप किसी पासवर्ड लगे फोल्डर को खोलना चाहते है तो आज मे ईस पोस्ट मे आपके लिए लेकर आया हु कि पासवर्ड केसे हैक करते है निचे दिए गए Step follow किजिए-
STEP 1
सबसे पहलेRUNमें जा के टाइप करेREGEDIT, और इसके बाद निचे लिखे path पे जाये
[HKEY_CURRENT_USER\Software\Microsoft\Windows\QualityControl]
“_pack”=”यह एक encrypted password ~~~” है
.
STEP 2
sign ~~~~ को इग्नोर करे , जैसे example “espxttbqfwpm~~~~~” इग्नोर के बाद ये इस तरह से दिखेगा “espxttbqfwpm”
STEP 3
अब इसे reverse आर्डर में टाइप करे , जैसे example अगर code “espxttbqfwpm” है तब टाइप करे “mpwfqbttxpse”
.
STEP 4
यह एक bit complicated स्टेप है लेकिन बहुत ही आसान है ,अब हर alphabet के पीछे वाले alphabet पे जाये जैसे example:
m के पहले l ,
p के पहले o ,
इस तरह से आपका पासवर्ड दीखता जायेगा जो आप उसे पढ़ सकते है
यहाँ पे इसका पासवर्ड > espxttbqfwpm decrypted के बाद –> lovepassword हुआ।


दुनिया का पहिला कंप्यूटर माउस


first mouse

सन् 1964 में डौंग इंगेलबर्ट Doug Engelbart ने पहला कम्प्यूटर माउस बनाया जो कि लकड़ी का बना था।
5 जुलाई 2013 को स्वर्गवास हुआ। इस वैज्ञानिक के बारे मेँ छोटी सी जानकारी आप सबके लिये सैन फ्रांसिस्को। अंगुलियों के इशारों को पलक झपकते समझने वाले कंप्यूटर माउस के जनक डग एंजेलबर्ट का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। माउस इजाद कर कंप्यूटर की दुनिया को बदल कर रख देने वाले अमेरिकी इंवेंटर डगलस एंगेलबार्ट का कैलिफोर्निया स्थित उनके घर में निधन हो गया.

बाजार में इंटरनेट और ईमेल जैसी प्रौद्योगिकी के आने से दशकों पहले ही इसका विचार पेश कर चुके एंगेलबार्ट की मौत गुर्दे की खराबी की वजह से मंगलवार रात को सोने के दौरान उनकी मौत हो गई।
एंगेलबार्ट का जन्म 30 जनवरी, 1925 को हुआ था. साल 1963 में उन्होंने स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान (अब एसआरआई इंटरनेशनल) की अपनी शोध प्रयोगशाला में कंप्यूटर माउस का आविष्कार किया था, जिसका पेटेंट उन्हें साल 1970 में दिया गया.

एंजेलबर्ट की सोच उनके वक्त से काफी आगे थी। वह एक ऐसे युग में काम कर रहे थे जब कंप्यूटर पूरे कमरे के बराबर होता था और विशाल मशीनों में पंच कार्ड के जरिये डाटा भरा जाता था। उन्होंने 1968 में सैन फ्रांसिस्को में माउस का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। इसी दौरान उन्होंने पहले वीडियो टेलीकांफ्रेंस का प्रदर्शन किया और टेक्स्ट आधारित लिंक के अपने सिद्धांत की व्याख्या की, जो आगे चलकर इंटरनेट का मुख्य आधार बना।

1960 में इस उपकरण को तैयार करने वाले एंजेलबर्ट ने पहला माउस लकड़ी का बनाया था। इसमें धातु के दो छोटे पहिये लगे थे।

एंजेलबर्ट माउस से बहुत अधिक पैसा नहीं बना सके क्योंकि 1987 में जब माउस का पेटेंट खत्म हुआ उस समय तक इसका बहुत अधिक इस्तेमाल नहीं किया जाता था। 1983 में उन्होंने 40 हजार डॉलर में इस तकनीक का लाइसेंस एपल को बेच दिया।
एंजेलबर्ट को 1997 में लेमेलसन-एमआइटी पुरस्कार दिया गया और वर्ष 2000 में पर्सनल कंप्यूटर की बुनियाद तैयार करने के लिए नेशनल मेडल फॉर टेक्नोलॉजी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।


एंटीवायरस के बिना स्कैन करे – Scan without antivirus

scan2
  • सबसे पहिले अपना पेन ड्राइव कंप्यूटर को लगाइये। बाद में चेक करे उसका ड्राइव पाथ क्या है (उदहारण के लिए D: E: F: G:)
  • अब start बटन पे क्लिक कर के run में जाये। cmd टाइप करके एंटर मारे और program/accessories/cmd जाये
  • अब पेन ड्राइव का जो लोकेशन या पाथ है वो cmd में टाइप करे
  • फाइनली टाइप करे del *.lnk और एंटर मारे। और बाद में टाइप करे और एंटर मारे attrib -s -r -h *.* /s /d /l
  • scan

    फोटोशोप के कीबोर्ड शॉर्टकट – photoshop keyboard shortcuts

    टूल्स

  • V ……….मूव
  • M ……….मार्की टूल्स
  • L ……….लासो टूल्स
  • W ……….क्विक सिलेक्शन, मैजिक वंड
  • C ……….क्रॉप एंड स्लाइस टूल्स
  • I ……….ऐएड्रोप्पेर, कलर सैम्पलर, रूलर, नोट, काउंट
  • J ……….स्पॉट हीलिंग ब्रश, हीलिंग ब्रश, पैच, रेड आय
  • B ……….ब्रश, पेंसिल, कलर रिप्लेसमेंट, मिक्सर ब्रश
  • S ……….क्लोन स्टाम्प, पैटर्न स्टाम्प
  • Y ……….हिस्ट्री ब्रश, आर्ट हिस्ट्री ब्रश
  • E ……….इरेज़र टूल्स
  • G ……….ग्रेडिएंट, पैंट बकेट
  • O ……….डॉज, बर्न, स्पंज
  • P ……….पेन टूल्स
  • T ……….टाइप टूल्स
  • A ……….पाथ सिलेक्शन, डायरेक्ट सिलेक्शन
  • U ……….रेक्टेंगल, राउंडेड रेक्टेंगल, इलिप्से, पोलीगोन, लाइन, कस्टम शेप
  • K ……….3D टूल्स
  • N ……….3D कैमरा टूल्स
  • H ……….हैण्ड
  • R ……….रोटेट वीव
  • Z ……….ज़ूम
  • D ……….Default कलर्स
  • X ……….स्विच फॉरेग्राउंड एंड बैकग्राउंड कलर्स
  • Q ……….क्विक मास्क मोड़
  • http://saikrupacomputers.blogspot.in/
    सॅलॅक्टिंग

  • ड्रा मार्की करे सेण्टर से ……….Alt+Marquee
  • ऐड चयन करे ……….Shift
  • सुब्ट्रक्ट चयन करे ……….Alt
  • इंटरसेक्टिओं चयन करे ……….Shift+Alt
  • कॉपी बनाये w/Move टूल चयन करके ……….Alt+Drag Selection
  • मूव सिलेक्शन (in 1-पिक्सेल इंक्रीमेंट्स ) ……….Arrow Keys
  • मूव सिलेक्शन (in 10-पिक्सेल इंक्रीमेंट्स ) ……….Shift+Arrow Keys
  • सभी आपक़ुए पिक्सेलस लेयर में चयन करे ……….Ctrl+click on Layer तुंबनैल (इन लेयर्स पैनल )
  • रिस्टोर लास्ट सिलेक्शन ……….Ctrl+Shift+D
  • फेअथर् सिलेक्शन ……….Shift+F6

    वीविंग

  • स्क्रीन को फिट करे ……….Double+click on Hand tool or Ctrl+0
  • 100% वीव लेवल (एक्चुअल पिक्सेलस ) ……….Double+Click on ज़ूम टूल और Ctrl+Alt+0
  • ज़ूम इन ……….Ctrl+Space+Click or Ctrl+Plus(+)
  • ज़ूम आउट ……….Alt+Space+Click or Ctrl+Minus(–)
  • सभी टूल्स एंड पेनल्स गायब करे ……..Tab
  • सभी पेनल्स एक्ससेप्त टूलबॉक्स एंड ऑप्शंस बार गायब करे ……….Shift+Tab
  • फुल स्क्रीन मोड्स ……….F
  • स्क्रॉल इमेज लेफ्ट और राईट इन विंडो ……….Ctrl+Shift+Page Up/Down
  • जम्प /ज़ूम टू पार्ट ऑफ़ इमेज ……….Ctrl+drag in Navigator panel
  • टोग्गल्स लेयर मास्क ऑन /ऑफ अस rubylith ……….\
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    पैनल शॉर्टकट्स

  • शो /हाईड बृषेश पैनल ……….F5
  • शो /हाईड कलर पैनल ……….F6
  • शो /हाईड लेयर्स पैनल ……….F7
  • शो /हाईड इंफो पैनल ……….F8
  • शो /हाईड ऑशन्स पानेल ……….Alt+F9
  • ओपन एडोबी ब्रिज ……….Ctrl+Alt+O
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    पेन टूल शॉर्टकट्स

  • to get direct selection tool using pen ……….Ctrl
  • Switch between add-anchor and add-delete point tools ……….Alt
  • Switch from path selection tool to convirt point to when pointer is over anchor point ……….Ctrl+Alt
  • To select a whole path w/Direct selection tool ……….Alt+click
  • convirt path to selection ……….Ctrl+click on path name (in Paths panel)
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  • लैपटॉप बैटरी समस्या सुझाव करे – Laptop Battery Problem Solve

    स्‍टार्ट बटन में जाकर कंट्रोल पैनल ऑप्‍शन चुनें और पॉवर ऑप्‍शन पर क्लिक करें। पॉवर ऑप्‍शन में जाकर मॉनिटर सेक्‍शन में टर्न ऑफर ऑप्‍शन दिया गया होगा। टर्न ऑफ ऑप्‍शन में जाने के बाद आपके सामने कई दूसरे विकल्‍प आएंगे जिनकी मदद से आप अपने लैपटॉप की स्‍क्रीन के पॉवर ऑप्‍शन को सेट कर सकते हैं। जैसे अक्‍सर लैपटॉप ऑन करके हम कभी कभी फोन पर बात करने लगते हैं, या फिर कभी कभी काम करते करते सो जाते हैं। ऑप्‍शन में जाकर आप अपनी सुविधा अनुसार टाइम सेट कर सकते हैं। जैसे 1 मिनट, 30 सेकेंड बेहतर होगा टाइम कम ही रखें इससे आपका लैपटॉप ज्‍यादा बैटरी बैकप देगा। इसके बाद पॉवर सेटिंग में ही आपके सामने दो और ऑप्‍शन दिखेंगे पहला टर्न ऑफ हार्डडिस्‍क और सिस्‍टम स्‍टैंडबायॅ जिसे सेट करने के लिए एडवांस ऑप्‍शन में जाकर ” When I close the lid to my portable computer ” ऑप्‍शन चूज करें।

    डीमैट अकाउंट क्या है – What is Demat

    डीमैट अकाउंट क्या है? यह वो अकाउंट है जिसके दुवारा या शेयर बाजार में खरीदफरोख्त की जाती हैं। इसके जरिए इन्वेस्टर शेयरों और सिक्योरिटीज को इलेक्रॉर निक फॉफॉर्म में रख सकते हैं। सिक्योरिटीज को फिजिकल फार्मेट मे बदलने की प्रक्रिया को ‘डीमेटिरियलाइजेशन’ कहते हैं। और इसी का शार्ट फॉर्म ‘डीमैट’ है।
    कैसे खुलेगा डीमैट एकाउंट?डीमैट एकाउंट खुलवाना सेविंग अकाउंट खुलवाने जितना ही आसान है। आपको बस अपने पैन नंबर, बैंक स्टेटमेंट और सैलरी स्लिप के साथ डीमैट एकाउंट खुलवाने का फॉर्म भर कर जमा करवाना पड़ेगा। एकाउंट चालू होते ही आप शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं।
    कितना खर्च आएगा?अकाउंट खुलवाने का खर्च 300-700 रुपए के बीच होता है। इसके अलावा आपको सालाना मेंटेनेन्स चार्ज भी देना पड़ेगा, जो अलग अलग कंपनियों के डीमैट पर अलग अलग होता है।
    क्या एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट रख सकते हैं?आप एक साथ कई डीमैट एकाउंट रख सकते हैं। लेकिन एक कंपनी में आप अधिकतम तीन अकाउंट खुलवा सकते हैं। कई मामलों में तो एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट रखना अनिवार्य हो जाता है। मसलन अगर आपके नाम पर कुछ सिक्योरिटीज हैं और कुछ सिक्योरिटीज आपके परिवार के किसी दूसरे सदस्य के साथ ज्वाईंट हैं तो आपको दो डीमैट अकाउंट्स की जरूरत पड़ेगी।
    अगर आपके मन में शेयर मार्केट या बाजार से जुड़ा कोई सवाल हो तो हमें इस पते पर मेल करें bizquestion@dainkbhaskar.com हम आपके सवाल के साथ जवाब प्रकाशित करेंगे

    डीमैट के लाभ

    प्रतिभूतियों के आयोजन के लिए एक सुरक्षित, सुरक्षित और सुविधाजनक तरीका है, प्रतिभूतियों का तत्काल स्थानांतरण, प्रतिभूतियों के हस्तांतरण पर कोई शुल्क नहीं;
    बुरा वितरण जैसे भौतिक प्रमाण पत्र, फर्जी प्रतिभूतियां, चोरी, देरी, आदि के साथ जुड़े रहे हैं कि जोखिम के उन्मूलन;
    कागजी कार्रवाई में कमी;
    लेन – देन की लागत में कमी, पुराने लॉट की समस्या (एक भी शेयर नहीं बेचा जा सकता है), नामांकन सुविधा;
    डीपी निवेशक को इलेक्ट्रॉनिक प्रतिभूतियों धारण जिसमें सभी कंपनियों के साथ पंजीकृत हो जाता है के साथ दर्ज पते में परिवर्तन;
    इस प्रकार उन्हें अलग से प्रत्येक के साथ सौदा करने की आवश्यकता को नष्ट करने;
    बोनस / विभाजन / / विलय से उत्पन्न, शेयरों के डीमैट खाते में स्वत: क्रेडिट, प्रतिभूतियों के हस्तांतरण डीपी कंपनियों के साथ पत्राचार को नष्ट करने के द्वारा किया जाता है
    एक ही खाते में इक्विटी में निवेश के साथ ही डेट इंस्ट्रूमेंट के आयोजन की सुविधा

    भारत के इन 10 शहरों में हैं सबसे ज्यादा JOB OPPORTUNITIES-India JOB OPPORTUNITIES Places

    1. बेंगलुरु (कर्नाटक)

    banglore

    जीआईआरईएम रिपोर्ट के अनुसार इस शहर में देश के अन्य शहरों के मुकाबले सबसे अच्छी शिक्षा, बुनियादी सुविधाएं और इन्फ्रास्ट्रक्चर है। इस शहर में इन खूबियों के अलावा ऊर्जा, आवास, यातायात, मॉल और मल्टीप्लेक्स जैसी चीजों की कमी नहीं है।

    2. चेन्नई (तमिलनाडु)

    chennai

    इस शहर में ऑटोमोबाइल, कम्प्यूटर, टेक्नोलॉजी, हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग और स्वास्थ्य सेक्टरों में काफी ज्यादा रोजगार उपलब्ध है। 2012 में ये शहर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का देश का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा निर्यातक था

    3. मुंबई (महाराष्ट्र)

    mumbai

    इस शहर में मॉल, मल्टीप्लेक्सों, ऊर्जा, परिवहन, जलापूर्ति, स्कूल, कॉलेज और स्वास्थ्य सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। इस वजह से यहां पर देशी और विदेशी निवेशकों की भी कोई कमी नहीं है।

    4. पुणे (महाराष्ट्र)

    pune

    कुछ समय पहले पुणे काफी पिछड़ा हुआ शहर था, मगर अब ये तेजी से विकास कर रहा है। इसका श्रेय मुंबई को जाता है। पुणे महाराष्ट्र का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा शहर है

    5. इंदौर (मध्य प्रदेश)

    indor

    इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे अमीर शहर है। इस शहर में ऊर्जा, परिवहन, जलापूर्ति, स्कूल, कॉलेज और स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं काफी अच्छी हैं

    6. भुवनेश्वर (ओडिशा)

    bhuneshwer

    इस शहर में ऊर्जा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में काफी रोजगार उपलब्ध है।

    7. कोयंबटूर (तमिलनाडु)

    coimbetur

    भविष्य को ध्यान में रखते हुए बनाई गई नीतियों से विदेशी निवेशक तमिलनाडु में खिंचे चले आते हैं। देश की कुल जीडीपी में तमिलनाडु सबसे ज्यादा हिस्सा देने वाला दूसरा राज्य है। 2011-12 में देश की कुल जीडीपी में इसका योगदान 4.28 लाख करोड़ रुपए था। कोयंबटूर को देश का टेक्सटाइल हब माना जाता है

    8. अहमदाबाद (गुजरात)

    ahmadabad

    इस शहर में अच्छी सुविधाएं होने की वजह से ज्यादातर एमबीए पासआउट यहीं व्यापार करने के बारे में सोचते हैं। यहां ऊर्जा, परिवहन, जलापूर्ति, स्कूल, कॉलेज और स्वास्थ्य की अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हैं

    9. नागपुर (महाराष्ट्र)

    nagpur

    ये शहर परिवहन, स्वास्थ्य, रहने योग्य वातावरण और हरियाली के मामले में सबसे अच्छा है।

    10. कोच्चि (केरल)

    kocchi

    ये शहर केरल का वित्तीय केंद्र है। जीआईआरईएम की रिपोर्ट के मुताबिक इस शहर में कई अच्छे प्रोजेक्ट होने की वजह से ये जल्द ही और विकास करेगा।

    विंडोज 7 और विंडोज 8 के बिच अंतर क्या है? -windows 8 vs windows 7

    इस्तेमाल में आसानी :

    विंडोज़ 7 को इस्तेमाल करने में कोई खास मुश्किल पेश नहीं आती क्योंकि इसका यूज़र इंटरफेस काफी हद तक विंडोज़ एक्सपी जैसा ही है। वही स्टार्ट बटन, वही डेस्क टॉप वही स्टार्ट मेन्यू, वही टास्क बार और वही पावर बटन। दूसरी तरफ विंडोज़ 8 को पहली बार इस्तेमाल करने पर आपको माहौल पराया-पराया सा लगेगा। इसे स्टार्ट स्क्रीन कहा जाता है लेकिन यहां स्टार्ट बटन ग़ायब है, स्टार्ट मेन्यू भी और पावर बटन को बदलकर दूसरी जगह ले जाया गया है, जहां वह काम भी दूसरे ही तरीके से करता है। डेस्क टॉप पर फाइलें रखने की आदत से मजबूर लोग विंडोज़ 8 पर काम करते हुए झुंझला जाते हैं। यहां भी डेस्क टॉप है तो सही लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए अलग से जहमत उठानी पड़ती है। सिस्टम खोलने के बाद सामने आने वाली स्क्रीन पिछले ऑपरेटिंग सिस्टम्स जैसी भी नहीं है।

    सॉफ्टवेयर सपोर्ट:

    यहां भी विंडोज़ 7 बाज़ी मार ले जाता है। विंडोज़ एक्सपी पर चलने वाले ज्यादातर सॉफ्टवेयर इसमें बड़े आराम से काम करते हैं । जबकि विंडोज़ 8 में कुछ पुराने सॉफ्टवेयर नहीं चल पाते। हालांकि उन्हें कम्पैटिबिलिटी मोड में ले जाकर चलाया जा सकता है लेकिन आम यूजर्स के लिए इस तरह की तकनीकी सेटिंग्स कर पाना मुश्किल काम है।

    भविष्य किसका है :

    विंडोज़ 7 का मतलब है पारंपरिक लेकिन दमदार ऑपरेटिंग सिस्टम। विंडोज़ 8 का मतलब है, नए जमाने और नए तौर-तरीकों के मुताबिक ठीकठाक ऑपरेटिंग सिस्टम। भविष्य विंडोज़ 8 की तरफ झुका हुआ लगता है। आने वाले वक्त मोबाइल डिवाइसेज का है और इसीलिए माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार पर अपनी पकड़ बरकरार रखने के लिए बीच का रास्ता निकाल रहा है। उसने फिलहाल एक नए हाइब्रिड इंटरफेस को विंडोज़ 8 के रूप में इंट्रोड्यूस किया है, लेकिन इसमें अभी बहुत काम बाकी है। ऐसे में विंडोज़ 7 के यूजर्स को आज नहीं तो कल नई किस्म के चेहरे-मोहरे वाले, टच-इनेबल्ड ऑपरेटिंग सिस्टम की तरफ जाना ही पड़ेगा। तब अभी से क्यों नहीं?

    ऐप:

    अगर आप ऐप्लीकेशन्स के दीवाने हैं तो विंडोज़ 8 आपको पसंद आएगा। इसमें टैब्लेट्स और स्मार्टफोन्स की ही तरह ऐप्लीकेशन्स के कॉन्सेप्ट को शुरू किया गया है। जरूरत के लिहाज से ऐप्लीकेशन्स को डाउनलोड करना बेहद आसान है। खासकर बच्चों को यह बहुत पसंद आता है जिन्हें नए-नए गेम्स और ऐप्लीकेशन्स पाने के लिए कोई मशक्कत नहीं करनी पड़ती।

    कीमत

    विंडोज़ 7 की तुलना में विंडोज़ 8 थोड़ा महँगा है।

    विंडोज़ 8

    सिंगल लैंग्वेज एडिशन 6000* रुपये
    प्रोफेशनल एडिशन 10000* रुपये

    विंडोज़ 7

    होम बेसिक एडिशन 5000* रुपये में
    होम प्रीमियम 6200* रुपये
    प्रोफेशनल एडिशन 8200* रुपये
    अल्टीमेट एडिशन 12000* रुपए

    विंडो क्या है – What is Windows

    ऑपरेटिंग सिस्टम डिस्प्ले स्क्रीन पर एक संलग्न, आयताकार क्षेत्र, पर्सनल कंप्यूटर के लिए एक जीयूआई ऑपरेटिंग सिस्टम है.
    “एक जीयूआई में कंप्यूटर के प्रदर्शन का एक वर्ग जो वर्तमान में इस्तेमाल किया जा रहाउसे विंडोस कहते है.” माइक्रोसॉफ्ट विंडोज विकसित विपणन, सबसे आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम और आवेदनों ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (जीयूआई) की एक श्रृंखला है.
    विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम से आप कई विंडोज़ में अपने प्रदर्शन को विभाजित कर सकते हैं. प्रत्येक विंडो के भीतर, आप एक अलग कार्यक्रम चलाने के लिए या अलग डेटा प्रदर्शित कर सकते हैं. माइक्रोसॉफ्ट विंडोज की सरकारी वेबसाइट http://windows.microsoft.com/en-US/windows/home
    विंडोज का पहिला संस्करण(version) “विंडोस 1.0″ नवंबर 1985 मे प्रकाशित हुवा. फिलहाल “विंडोस 8″ ये नया संस्करण चल रहा है. पर्सनल कंप्यूटर के लिए एक जीयूआई ऑपरेटिंग सिस्टम.

    हैकिंग क्या है – What is hacking

    कंप्यूटर पर वायरस के हमले के बारे में तो हम सब सुनते हैं, लेकिन कंप्यूटर हैक होने का खतरा आज वायरस से भी ज्यादा गंभीर रूप ले चुका है. हैकिंग के जरिये कोई हैकर किसी नेटवर्क के कंप्यूटर पर पूरी तरह कब्जा जमा लेता है. वह सिर्फ आपकी सूचनाओं को ही नष्ट नहीं करता, बल्कि उसका अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है. जाहिर है, किसी की गोपनीय जानकारी चुराकर उसे नुकसान पहुंचाना काफी आसान है. वास्तव में हैकिंग एक हुनर है, जिसमें कंप्यूटर प्रोग्रामों के जरिये किसी नेटवर्क के कंप्यूटरों को अपने वश में किया जाता है. जब कोईदेश किसी अन्य देश के खिलाफ इस तरह से इंटरनेट हैकिंग को प्रोत्साहित करता है, तो इसे ‘साइबर युद्ध’ कहा जाता है. आज की तारीख में जब सूचनाएं ही ताकत हैं, एक देश दूसरे देश की सूचना पर कब्जा जमा कर या उसे हैकिंग के जरिये चुराकर उसे आसानी से नुकसान पहुंचा सकता है. हालांकि, आज की तारीख में एक दूसरे पर हैकिंग का आरोप लगाना आम बात है, लेकिन हकीकत है कि कुछ देश हैकिंग को ज्यादा बढlवा दे रहे हैं.
    सामान्य प्रयोग में, कोई हैकर एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो सामान्यतः प्रशासकीय नियंत्रणों तक अभिगम प्राप्त करके कम्प्यूटरों के सुरक्षा-घेरे को तोड़ता है. हैकर्स के आस-पास जो उप-संस्कृति विकसित हुई है, अक्सर उसका उल्लेख कम्प्यूटर अंडरग्राउंड के रूप में किया जाता है
    आज पूरी दुनिया आपस में इंटरनेट के जरिये जुड़ी हुई हैं. दुनिया के सारे काम कंप्यूटर और इंटरनेट पर किये जा रहे हैं. प्रशासनिक, व्यवसायिक, बैकिंग संबंधी सभी काम इंटरनेट के सहारे ही अंजाम दिये जा रहे हंै. यानी इंटरनेट एक विश्वखव्यापी प्लेटफार्म है. इस प्लेटफॉर्म पर यदि पूरी दुनिया एक साथ चहलकदमी कर रही है, तो पूरी दुनिया पर एक साथ ही हैकिंग का खतरा भी मंडरा रहा है. इस खतरे से कोई भी बचा हुआ नहीं है.

    ब्लैक हैट :

    डेटा चुराने या सिस्टम को नुकसान पहुँचाने वाले हैकर ब्लैक हैट कहलाते हैं। सबसे खतरनाक ब्लैक हैट हैकर वे होते हैं जो अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वर्षों तक किसी कम्प्यूटर की निगरानी करते रह सकते हैं और तब भी पकड़ में नहीं आते।

    व्हाइट हैट :

    किसी आपराधिक उद्देश्य के बिना, केवल जिज्ञासावश किसी कम्प्यूटर की छानबीन करने वाले को व्हाइट हैट हैकर कहा जाता है। यूँ तो ये डेटा चुराने, वेबसाइट या कम्प्यूटर को नुकसान पहुँचाने जैसी गतिविधि का विरोध करते हैं फिर भी किसी साइट में अनधिकृत रूप से घुसने पर स्वयं इनकी गतिविधि अनधिकृत मानी जा सकती है। कई व्हाइट हैट वेबपोर्टलों के सुरक्षा सलाहकारों, प्रोग्रामरों और नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर जैसे महत्त्वपूर्ण
    पदों पर कार्य करते हैं।

    क्रैकर :

    आपराधिक या गलत इरादों से कार्य करने वाले ब्लैक हैट हैकर्स के लिए एक और शब्द।

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    Wednesday, 20 January 2016

    Sai-Krupa Computers

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