कंप्यूटर पर वायरस के हमले के बारे में तो हम सब सुनते हैं, लेकिन
कंप्यूटर हैक होने का खतरा आज वायरस से भी ज्यादा गंभीर रूप ले चुका है.
हैकिंग के जरिये कोई हैकर किसी नेटवर्क के कंप्यूटर पर पूरी तरह कब्जा जमा
लेता है. वह सिर्फ आपकी सूचनाओं को ही नष्ट नहीं करता, बल्कि उसका अपने
हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है. जाहिर है, किसी की गोपनीय जानकारी चुराकर
उसे नुकसान पहुंचाना काफी आसान है. वास्तव में हैकिंग एक हुनर है, जिसमें
कंप्यूटर प्रोग्रामों के जरिये किसी नेटवर्क के कंप्यूटरों को अपने वश में
किया जाता है. जब कोईदेश किसी अन्य देश के खिलाफ इस तरह से इंटरनेट हैकिंग
को प्रोत्साहित करता है, तो इसे ‘साइबर युद्ध’ कहा जाता है. आज की तारीख
में जब सूचनाएं ही ताकत हैं, एक देश दूसरे देश की सूचना पर कब्जा जमा कर या
उसे हैकिंग के जरिये चुराकर उसे आसानी से नुकसान पहुंचा सकता है. हालांकि,
आज की तारीख में एक दूसरे पर हैकिंग का आरोप लगाना आम बात है, लेकिन हकीकत
है कि कुछ देश हैकिंग को ज्यादा बढlवा दे रहे हैं.
सामान्य प्रयोग में, कोई हैकर एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो सामान्यतः प्रशासकीय नियंत्रणों तक अभिगम प्राप्त करके कम्प्यूटरों के सुरक्षा-घेरे को तोड़ता है. हैकर्स के आस-पास जो उप-संस्कृति विकसित हुई है, अक्सर उसका उल्लेख कम्प्यूटर अंडरग्राउंड के रूप में किया जाता है
आज पूरी दुनिया आपस में इंटरनेट के जरिये जुड़ी हुई हैं. दुनिया के सारे काम कंप्यूटर और इंटरनेट पर किये जा रहे हैं. प्रशासनिक, व्यवसायिक, बैकिंग संबंधी सभी काम इंटरनेट के सहारे ही अंजाम दिये जा रहे हंै. यानी इंटरनेट एक विश्वखव्यापी प्लेटफार्म है. इस प्लेटफॉर्म पर यदि पूरी दुनिया एक साथ चहलकदमी कर रही है, तो पूरी दुनिया पर एक साथ ही हैकिंग का खतरा भी मंडरा रहा है. इस खतरे से कोई भी बचा हुआ नहीं है.
पदों पर कार्य करते हैं।
सामान्य प्रयोग में, कोई हैकर एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो सामान्यतः प्रशासकीय नियंत्रणों तक अभिगम प्राप्त करके कम्प्यूटरों के सुरक्षा-घेरे को तोड़ता है. हैकर्स के आस-पास जो उप-संस्कृति विकसित हुई है, अक्सर उसका उल्लेख कम्प्यूटर अंडरग्राउंड के रूप में किया जाता है
आज पूरी दुनिया आपस में इंटरनेट के जरिये जुड़ी हुई हैं. दुनिया के सारे काम कंप्यूटर और इंटरनेट पर किये जा रहे हैं. प्रशासनिक, व्यवसायिक, बैकिंग संबंधी सभी काम इंटरनेट के सहारे ही अंजाम दिये जा रहे हंै. यानी इंटरनेट एक विश्वखव्यापी प्लेटफार्म है. इस प्लेटफॉर्म पर यदि पूरी दुनिया एक साथ चहलकदमी कर रही है, तो पूरी दुनिया पर एक साथ ही हैकिंग का खतरा भी मंडरा रहा है. इस खतरे से कोई भी बचा हुआ नहीं है.
ब्लैक हैट :
डेटा चुराने या सिस्टम को नुकसान पहुँचाने वाले हैकर ब्लैक हैट कहलाते हैं। सबसे खतरनाक ब्लैक हैट हैकर वे होते हैं जो अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वर्षों तक किसी कम्प्यूटर की निगरानी करते रह सकते हैं और तब भी पकड़ में नहीं आते।व्हाइट हैट :
किसी आपराधिक उद्देश्य के बिना, केवल जिज्ञासावश किसी कम्प्यूटर की छानबीन करने वाले को व्हाइट हैट हैकर कहा जाता है। यूँ तो ये डेटा चुराने, वेबसाइट या कम्प्यूटर को नुकसान पहुँचाने जैसी गतिविधि का विरोध करते हैं फिर भी किसी साइट में अनधिकृत रूप से घुसने पर स्वयं इनकी गतिविधि अनधिकृत मानी जा सकती है। कई व्हाइट हैट वेबपोर्टलों के सुरक्षा सलाहकारों, प्रोग्रामरों और नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर जैसे महत्त्वपूर्णपदों पर कार्य करते हैं।
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